(बड़ी खबर) उत्तराखंड : मानसून की दस्तक के बाद चारधाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवा बंद, 22 जून से नहीं होगी ऑनलाइन टिकट बुकिंग

देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही चारधाम यात्रा पर असर दिखने लगा है। खराब मौसम और हाल ही में हुए हेलीकॉप्टर हादसों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने केदारनाथ, बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं बंद करने का फैसला लिया है। अब 22 जून के बाद किसी भी यात्री के लिए हेली टिकट की ऑनलाइन बुकिंग नहीं होगी। यानी यात्री अब इन पवित्र स्थलों की यात्रा केवल पैदल ही कर सकेंगे।
इस वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान हुई हेली दुर्घटनाओं को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। बीते दिनों गौरीकुंड में हुए एक हेली हादसे के बाद सरकार ने अस्थायी रूप से हेली सेवाएं रोकी थीं। इसके बाद 17 जून से संचालन की अनुमति दी गई, लेकिन खराब मौसम के चलते उड़ानें नहीं हो सकीं।
अब मानसून के सक्रिय होते ही 22 जून से चारधाम में हेलीकॉप्टर सेवा पूरी तरह से बंद की जा रही है। सभी हेली कंपनियों ने अपनी सेवाएं समेटनी शुरू कर दी हैं और अभी तक 6 दिनों में 5500 से अधिक टिकट रद्द किए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि मानसून के बाद 15 सितंबर से हेलीकॉप्टर सेवाएं दोबारा शुरू कर दी जाएंगी।
अब तक 39,247 श्रद्धालु हेलीकॉप्टर के जरिए केदारनाथ यात्रा कर चुके हैं।
इस बार आठ कंपनियों को हेली सेवा संचालन की अनुमति दी गई थी। लेकिन बीते 40 दिनों में हुई तीन हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में 13 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिससे न सिर्फ श्रद्धालुओं में दहशत का माहौल बना बल्कि एविएशन कंपनियों को भी करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
दुर्घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड पर एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जहां से सभी उड़ानों की निगरानी की जा रही है। लेकिन मानसून की चुनौती को देखते हुए प्रशासन ने फिलहाल हेली सेवाएं स्थगित करने का निर्णय लिया है ताकि किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।