Char Dham Yatra 2022: चारधाम में टूटा तीन साल का रिकॉर्ड, 35 लाख के पार तीर्थ यात्री, इस धाम मे पहुंचे सबसे ज्यादा तीर्थ यात्री

उत्तराखंड। कोरोना महामारी के बाद दोबारा शुरू हुई चारधाम यात्रा-2022 में श्रद्धालुओं के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। इस साल 14 सितंबर तक देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 35 लाख के पार पहुंच गई है।
इससे पहले 2019 में 34.5 श्रद्धालु केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री सहित हेमकुंड साहिब चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचे थे।
बरसाती मौसम में भी चारधाम यात्रा को जाने के लिए तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। 8 मई को खुले बदरीनाथ धाम में 13 सितंबर तक कुल 1232294 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके थे, जबकि 6 मई को खुले केदारनाथ धाम में 1147554 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। हेली सेवा का फायदा उठाकर केदारनाथ धाम को 99079 तीर्थयात्री दर्शन को पहुंच चुके हैं। जबकि, 3 मई को खुले गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में अब तक 525068 और 413592 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।
चारधाम जाने से पहले तीर्थ यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चारधाम यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्रियों लिए रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया है। उत्तराखंड सरकार द्वारा तीर्थयात्रियों की सुविधा- सुरक्षा के लिए चार धाम यात्रा हेतु उत्तराखंड पर्यटन की ओर से निशुल्क आनलाईन वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in अथवा फिजीकल काउंटरों से फोटोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
हेली सेवा के लिए रजिस्ट्रेान: heliservices.uk.gov.in
संवेदनशील स्थानों में एसडीआरएफ तैनात
उत्तराखंड पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि चारधाम यात्रा रूट पर संवदेनशील स्पॉट्स पर एसडीआरएफ को तैनात किया गया है। तीर्थ यात्रियों को किसी भी परेशानी या आपात स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस भी यात्रा रूट पर तैनात किया गया है। मेडिकल से लेकर यात्रा रूट पर हाईवे बंद होने पर यात्रियों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
तीर्थ यात्रियों से अपील
चारधाम यात्रा पर जा रहे तीर्थ यात्रियों से उत्तराखंड सरकार ने अपील की है कि वे मौसम अलर्ट, नेशनल हाईवे सहित सड़क मार्ग की स्थिति और बारिश की स्थिति देखकर ही यात्रा मार्गों पर आगे बढ़ें। भारी बारिश और भूस्खलन की स्थिति में सुरक्षित स्थानों में ही रहें। यात्रा के दौरान जोखिम न लें। साथ ही, यात्रा के दौरान कोरोना गाइडलाइंस के तहत सावधानी रखें। मास्क, सामाजिक दूरी बनाए रखें। सेनिटाइजर का प्रयोग करें।