मालिकाना हक के नाम पर बोले पूर्व मंत्री दुर्गापाल, चुनाव से ठीक पहले लालकुआं वासियों को बरगलाने का प्रयास किया जा रहा

लालकुआं। नगरवासियों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक देने को लेकर वर्तमान सरकार द्वारा कार्रवाई करने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पांच साल तक इस कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डालने के बाद चुनाव से ठीक पहले लालकुआं वासियों को बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है। यदि इसी सर्किल रेट पर उन्होंने मालिकाना हक देना था तो पांच साल पहले ही यह क्यों नहीं दे दिया। जिससे क्षेत्र के लोगों को के लाभ के साथ साथ रोजगार के नए साधन उत्पन्न होते।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वर्ष 2016 में उनकी सरकार ने लालकुआं के लोगों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक वर्ष 2000 के सर्किल रेट के आधार पर देते हुए शासनादेश जारी कर दिया था। जिसके बाद कांग्रेस की सरकार चली गई और मौजूदा भाजपा की सरकार आ गई, परंतु भाजपा सरकार ने पांच साल तक इस मामले को ठंडे बस्ते में डाले रखा। यहां तक कि कुछ समय पूर्व तो 2004 के रेट से सर्किल रेट जारी कर गरीब जनता को लूटने का भी प्रयास किया। अंततः विधानसभा चुनाव सामने आते देख सरकार ने बैकफुट पर आते हुए पुनः 2016 वाले शासनादेश के हिसाब से मालिकाना हक देने की कार्रवाई शुरू की है। दुर्गापाल ने इस कार्रवाई पर भी संशय पैदा करते हुए कहा कि उन्हें अब भी विश्वास नहीं है कि भाजपा सरकार अपने कार्यकाल में लालकुआं के लोगों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक दे पाएगी। इस दौरान उनके साथ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रवि शंकर तिवारी और कैलाश बमेंटा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
श्री दुर्गापाल ने कहा कि आज भाजपा के लोग बताएं कि उन्होंने लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में कौन सी नई सड़क, कोई नया स्कूल, कोई औद्योगिक स्थान, कोई कॉलेज या कोई अस्पताल बनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सिर्फ कांग्रेस के द्वारा बनाई विकास योजनाओं को रोक लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो क्षेत्र में विकास की बयार फिर से बहने लगेगी और रोजगार के नए साधनों के विकल्प तैयार किए जाएंगे।