उत्तराखंड में आप का नहीं चल पाया झाड़ू, पार्टी के जिलाध्यक्ष के बाद अब जिले के पर्यवेक्षक व प्रवक्ता ने दिया इस्तीफा

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नैनीताल। उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के कार्यकताओ का लगातार इस्तीफा देना आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। इसके साथ ही नैनीताल जिले की कालाढूंगी विधानसभा के पार्टी के जिला पर्यवेक्षक सार्थक बिंद्रा व युवा जिला प्रवक्ता अधिवक्ता भानु कबडाल ने सयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर अपने पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया पर गम्भीर आरोप लगाए। दोनों ने संयुक्त रूप से कहा कि वह आम आदमी पार्टी की विचारधारा को देखते हुए पार्टी से जुड़े थे।

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मगर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने दिनेश मोहनिया को उत्तराखंड़ प्रदेश का प्रभारी बनाकर बहुत बड़ी भूल की। दिनेश मोहनिया ने पार्टी की विचारधारा को दरकिनार कर उत्तराखंड़ में जमीनी कार्यकताओ को नजर अंदाज कर पूंजीपतियों से सांठ-गांठ कर टिकट वितरण किए है। जिससे पार्टी से जुड़े पुराने कार्यकर्ताओ की भावनाओं को ठेस पहुंची है। इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा देने को मजबूर हो रहे हैं।

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लिहाजा उन्होंने कालाढूंगी विधानसभा सहित संपूर्ण उत्तराखंड की जनता से आप के प्रत्याशियों को वोट ना करने अपील की। इस दौरान आसुतोष ने भी आप पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया। बताया गया है कि पार्टी के जिलाध्यक्ष कालाढूंगी विधानसभा से पिछले करीब 2 वर्ष से तैयारी कर रहे थे और चुनाव को त्रिकोणीय करने में समर्थ थे, लेकिन पहले उनकी जगह आईपीएस भंडारी का नाम आगे किया और आखिर भाजपा से कांग्रेस होते हुए आप में उसी दिन आई मंजू भंडारी को टिकट दे दिया। इसी तरह नैनीताल विधानसभा में भी टिकट देने व नामांकन कराने के बाद प्रत्याशी भाजपा से कांग्रेस होते हुए उसी दिन आप में आए हेम आर्य को टिकट दे दिया। इस कारण आप जिलाध्यक्ष संतोष कबडवाल व नैनीताल के प्रत्याशी डॉ. भुवन आर्य पहले से पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं।