उत्तराखंड: दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के चुनाव की हुई घोषणा, 17 सितम्बर को होंगे मतदान

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हल्द्वानी : दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के चुनाव के लिए कार्यक्रम जारी हो गया है। इसी के साथ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रतिनिधि आदि पदों के लिए प्रदेश की करीब 700 समितियों के लिए चुनाव कराया जा रहा है।

उत्तराखंड राज्य सहकारी समिति निर्वाचन नियमावली के अनुसार सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण ने चुनाव की घोषणा की है। उत्तराखंड की दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां जिनमें प्रशासक नियुक्त हैं तथा राज्य की विभिन्न नवगठित समितियों की प्रबंध कमेटी के सदस्यों का निर्वाचन 17 सितंबर को होगा। अन्य संस्थाओं को भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों का चुनाव 18 सितंबर को होगा। निर्वाचन संबंधी सभी कार्य समिति में होंगे। सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण के सचिव रमिंद्री मंद्रवाल ने चुनाव कार्यक्रम जारी किया है।

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निर्वाचन कराए जाने की घोषणा दो सितंबर को होगी, चार सितंबर को मतदाता सूची का प्रदर्शन होंगे, छह सितंबर को मतदाता सूची पर आपत्तियां लगाई जाएगी, सात सितंबर को नामांकन पत्रों की बिक्री होगी, आठ को नामांकन पत्रों की जांच होगी, नौ को नामांकन पत्रों की वापसी होगी, तथा 17 सितंबर को मतदान व परिणाम की घोषणा की जाएगी। इसी तरह सभापति, उप सभापति व अन्य समितियों को भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों का चुनाव कार्यक्रम 18 सितंबर को दिन भर में होगा।

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प्रदेश की करीब 200 समितियों में प्रशासक की नियुक्ति की गई है। जबकि बड़ी संख्या में नवगठित समितियां भी हैं। नैनीताल जिले में दुग्ध समितियों की संख्या करीब 300 है। चुनाव में सभी सदस्य सबसे पहले नौ सदस्यीय प्रबंध कमेटी चुनेंगे। बाद में यही कमेटी सहमति से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व एक प्रतिनिधि का चुनाव करेगी। समिति के चुनाव में प्रत्येक व्यक्ति वोट नहीं दे सकता है। जिस व्यक्ति ने दुग्ध समिति को 180 दिनों में 300 लीटर दूध भेजा हो, उसी व्यक्ति को मत देने का अधिकारी होगा।