उत्तराखंड: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ली आईएमस की पासिंग आउट परेड की सलामी, सेना में शामिल हुए 319 युवा अफसर

देहरादून। शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) की पासिंग आउट परेड के साथ ही सेना को 319 युवा अफसर मिल गये। यह सभी बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय सेना का हिस्सा बनेगें। गए। रिव्यूइंग अफसर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जेंटलमैन कैडेट्स की सलामी ली।
राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक के कारण सादगी से आयोजित किया गया समारोह इस पासिंग आउट परेड में सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने भी शामिल होना था लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था और कुछ दिन पूर्व हुए एक हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी सहित 13 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। उनके निधन के कारण परेड के समय ड्रिल स्क्वायर पर मार्चपास्ट, अवॉर्ड ड्रिस्ट्रीब्यूशन, पीपिंग और ओथ सेरेमनी की रस्म सादगी के साथ आयोजित की गयी। बताते चले कि सीडीएस के निधन के बाद उत्तराखंड सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया हैं।
शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड में कुल 387 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट हुए। इनमें 68 युवा सैन्य अधिकारी नौ मित्र देशों के हैं। उत्तराखंड के 42 युवा भी इस पासिंग आउट परेड के बाद पास आउट हुए हैं। आईएमए की ऐतिहासिक चैटवुड बिल्डिंग के सामने ड्रिल स्क्वायर पर आयोजित पासिंग आउट परेड में रिव्यूइंग अफसर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने परेड का निरीक्षण कर पास जेंटलमैन कैडेट्स से सलामी ली। परेड के बाद आयोजित होने वाली पीपिंग और ओथ सेरेमनी के बाद पास आउट बैच के 387 जेंटलमैन कैडेट बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना में अपनी सेवायें देंगे।
इनमें से 319 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थल सेना को मिले हैं। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जेंटलमैन कैडेटों का उत्साहवर्धन करने के साथ ही उनके बेहतर भविष्य की कामन भी और देश की सुरक्षा के लिए संदेश भी दिया। राज्यपाल ले.जनरल गुरमीत सिंह (सेनि),आइएमए के कमांडेंट ले.जनरल हरिंदर सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल आलोक जोशी समेत कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और कैडेट के परिजन भी इस मौके पर मौजूद रहे। कोरोना काल के बाद यह पहला मौका था जब कैडेटस के परिजन पहली बार पासिंग आउट परेड के मौके पर मौजूद रहे।