जोशीमठ में आज ध्वस्त होंगे दो होटल, सीबीआरआइ, निम, एसडीआरएफ और लोनिवि की टीम तैनात

जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हो चुके दो होटलों मलारी इन और माउंट व्यू को सुरक्षित तरीके से ध्वस्त करने की कार्रवाई आज से शुरू कर दी जाएगी।
केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ), नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरआफ) और लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) की टीम को तकनीकी रूप से ध्वस्तीकरण की जिम्मेदारी दी गई है। सोमवार शाम सीबीआरआइ के विज्ञानी ने प्रशासन के साथ दोनों होटलों का मौका-मुआयना किया। अब मंगलवार को टीम के सभी सदस्यों के पहुंचने के बाद ध्वस्तीकरण को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
आपको बतादें कि जोशीमठ के सिंहधार वार्ड में स्थित होटल मलारी इन और माउंट व्यू में वैसे तो दिसंबर माह से ही दरारें पड़ने लगी थी। दिसंबर के अंत में प्रशासन ने होटल को बंद करने के आदेश दे दिए थे। इसके बाद बीती तीन जनवरी को दोनों होटलों के भवन एक-दूसरे के ऊपर झुक गए। इसके बाद प्रशासन ने दोनों होटलों में पूर्ण रूप से प्रवेश प्रतिबंधित करते हुए उसके बाहर एसडीआरएफ की तैनाती कर दी। अब मंगलवार को दोनों होटलों का विशेषज्ञों की निगरानी में ध्वस्तीकरण किया जाना है।
पांच मंजिला होटल मलारी इन में 24 और छह मंजिला होटल माउंट व्यू में 30 के करीब कमरे हैं। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि होटलों के ध्वस्तीकरण को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
सीबीआरआइ के विज्ञानी के साथ होटलों का निरीक्षण भी कर लिया गया है। साथ ही मजदूरों के साथ मशीनों की भी पूरी व्यवस्था दुरुस्त है। मंगलवार को टीम के सभी सदस्यों के पहुंचने के बाद सुरक्षित तरीके से ध्वस्तीकरण को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
इसे लेकर निम के प्रशिक्षक विनोद गुसाईं ने बताया कि जोशीमठ में भूधंसाव से जर्जर हुए होटल के ध्वस्तीकरण को लेकर चमोली जिला प्रशासन ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी से प्रशिक्षक मांगे थे। सोमवार को उत्तरकाशी से चार प्रशिक्षकों की टीम जोशीमठ के लिए रवाना कर दी गई। निम की टीम को होटलों के ध्वस्तीकरण का काम करने वाले मजदूरों को सुरक्षा की जानकारी देने के साथ ही सुरक्षा उपकरण देने का जिम्मा सौंपा गया है। मंगलवार को वह मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे, जिसके बाद रणनीति बनाई जाएगी।