पूर्व सैनिक संगठन ने बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाने की प्रक्रिया को दिया समर्थन

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लालकुआं। बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाने की मांग को लेकर चल रही प्रक्रिया को आज एक बड़ी सफलता मिली, जब पूर्व सैनिक संगठन ने इस मांग को अपना पूर्ण समर्थन प्रदान किया। चाइल्ड सेक्रेड स्कूल में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में चार दर्जन से अधिक पूर्व सैनिकों ने अपनी सहमति प्रकट करते हुए इस मुद्दे पर एकजुटता दिखाई।

पूर्व सैनिक संगठन ने निर्णय लिया कि वे विधायक, सांसद, राज्यपाल और मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर एक बार फिर मुलाकात करेंगे और सकारात्मक परिणाम के लिए आग्रह करेंगे। पूर्व सैनिक संगठन ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार इस मांग को शीघ्र पूरा नहीं करती, तो जनजागरण, जनसभा और आंदोलन जैसे सशक्त कदम उठाए जाएंगे।

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कई वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जनप्रतिनिधि बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाने के मुद्दे पर सकारात्मक दृष्टिकोण नहीं अपनाते हैं, तो सभी पूर्व सैनिक बिंदुखत्ता में आगामी चुनावों का भी बहिष्कार करेंगे।

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पूर्व सैनिक संगठन ने वन अधिकार समिति बिंदुखत्ता द्वारा चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान का समर्थन करते हुए इसे और अधिक व्यापक बनाने और लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया।

बैठक में वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि बिना आर्थिक संसाधनों के किसी भी सामाजिक कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण करना असंभव है, इसलिए सभी सदस्यों ने आर्थिक सहयोग देने पर भी सहमति जताई।

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बैठक की अध्यक्षता पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष ख़िलाफ़ सिंह दानू ने की। बैठक में वन अधिकार समिति के अध्यक्ष अर्जुन नाथ गोस्वामी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सैनिक चंचल सिंह कोरंगा ने किया। वहीं, वन अधिकार समिति के सचिव भुवन भट्ट ने वन अधिकार अधिनियम और बिंदुखत्ता से जुड़े अभिलेखों पर विस्तार से जानकारी दी।