लालकुआं: खनन कारोबारियों ने विधायक आवास का किया घेराव, विधायक से हुई नोकझोंक

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लालकुआं। एक प्रदेश एक रॉयल्टी की मांग को लेकर गौला नदी के वाहन स्वामियों ने क्षेत्रीय विधायक मोहन बिष्ट के आवास का घेराव किया, इस दौरान प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पिछले दो माह से वाहन स्वामी आंदोलनरत हैं परंतु सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। वन निगम द्वारा गौला नदी की सात निकासी गेटों को उप खनिज निकासी के लिए खोल दिया गया है, जिस कारण पिछले 2 माह से रॉयल्टी कम करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे वाहन स्वामियों में आक्रोश फैल गया है।

बुधवार की सुबह दर्जनों वाहन स्वामी विधायक ड्रा मोहन बिष्ट के हल्दुचौड़ स्थित आवास में पहुंच गए, जिन्होंने विधायक आवास के सामने विधायक की गाड़ी को घेर कर सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया, इस दौरान प्रदर्शनकारी एक प्रदेश एक राज्य की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे, विधायक की खनन व्यवसायियों से नोकझोंक भी हो गई। वक्ताओं का कहना था कि जहां समतलीकरण व पट्टों से सात रुपए प्रति क्विंटल की रॉयल्टी ली जा रही है वहीं गौला व नंदौर नदी से 30 रुपए से भी अधिक रॉयल्टी वसूली जारी है, जिससे इन नदियों से जुड़े वाहन स्वामियों, मजदूरों व ट्रांसपोर्टरों का कारोबार समाप्ति के कगार पर है।

वहीं, विधायक का कहना था कि सरकार खनन व्यवसायियों की चिंता एवं उनके हितों को देखते हुए रॉयल्टी के रेट कम करने के लिए कार्रवाई कर रही है, परंतु कुछ खनन व्यवसाई सभी गाड़ी मालिकों को सरकार के खिलाफ भड़काते हुए अपनी रोटियां सेक रहे हैं। जिसके बाद मोहन बिष्ट अपने घर से पैदल पैदल चले गए, और खनन व्यवसाई नारेबाजी करते रहे। धरना प्रदर्शन के दौरान खनन व्यवसायियों का कहना है कि पूरे प्रदेश में एक खनन नीति की व्यवस्था जब तक लागू नहीं होगी कोई भी खनन व्यवसाई नदी में अपने वाहनों को नहीं भेजेगा, खनन व्यवसायियों ने सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश जताया इधर खनन समिति के संयोजक रमेश जोशी ने कहा कि कल बेरीपड़ाव में खनन व्यवसायियों की निर्णायक बैठक होगी, जिसमें आंदोलन की अग्रिम रणनीति तय की जाएगी। लगभग 2 घंटा धरना प्रदर्शन के बाद खनन व्यवसाई धरना प्रदर्शन समाप्त कर लौट आये।