केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे के बाद बड़ा एक्शन: सीएम धामी ने हेली सेवाओं पर लगाई रोक, 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट

केदारनाथ धाम में रविवार सुबह हुए दर्दनाक हेलीकॉप्टर हादसे ने पूरे उत्तराखंड को झकझोर कर रख दिया। हादसे में सात लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रुख अपनाते हुए चारधाम यात्रा के तहत संचालित सभी हेली सेवाओं को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दे दिया है। साथ ही, 24 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने राजधानी देहरादून में हाईलेवल बैठक बुलाई, जिसमें मुख्य सचिव, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा), आपदा प्रबंधन और डीजीसीए के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और लापरवाही सामने आने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी हेली ऑपरेटर को मौसम की स्पष्ट जानकारी और तकनीकी स्थिति की पूरी जांच के बिना उड़ान की अनुमति न दी जाए। उन्होंने कहा कि गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वाली कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है।
हादसे की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय तकनीकी टीम गठित की गई है, जो 16 जून तक अपनी रिपोर्ट देगी। इसके अलावा, सीएम धामी ने पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर घटनाओं की भी फाइल तलब की है और दोषियों पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
गौरतलब है कि रविवार सुबह 5:20 बजे के करीब आर्यन एविएशन का एक हेलीकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी की ओर उड़ान भरते समय गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर में पायलट समेत सात लोग सवार थे, जिसमें एक बच्चा भी शामिल था। सभी की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की वजह घना कोहरा और खराब मौसम बताई जा रही है।
इस यात्रा सीजन में यह तीसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 7 जून को क्रिस्टल एविएशन के हेलीकॉप्टर की तकनीकी खराबी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने हेली सेवाओं की गुणवत्ता और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।