उत्तराखंड: विधानसभा में नौकरी लगाने के नाम पर की गई धोखाधड़ी में वांछित अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार

देहरादून। विधानसभा में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला विनय भट्ट आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने सोमवार को पटेलनगर क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया। आरोपी विनय भट्ट पर पहले से ही विधानसभा और सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के छह मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी की महिला साथी रविकांता शर्मा को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
कैसे हुआ खुलासा
नेहरू कॉलोनी थाने में 24 मार्च 2023 को उम्मेद सिंह चौहान ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। उम्मेद सिंह विधानसभा सुरक्षा में तैनात निरीक्षक हैं। उन्होंने बताया कि विनय भट्ट ने अपनी साथी रविकांता शर्मा के साथ मिलकर श्रीमती सोनल भट्ट को विधानसभा में रक्षक पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया और छह लाख रुपये ठग लिए।
शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पता चला कि छह लाख में से ढाई लाख रुपये विनय भट्ट के खाते में और साढ़े तीन लाख रुपये रविकांता शर्मा के खाते में जमा हुए थे। पुलिस ने पहले रविकांता शर्मा को गिरफ्तार किया, लेकिन विनय भट्ट फरार हो गया था।
पटेलनगर से पकड़ा गया आरोपी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून के निर्देश पर नेहरू कॉलोनी पुलिस ने टीम गठित की। सोमवार को पुलिस ने विनय भट्ट को पटेलनगर इलाके से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने और उसकी साथी रविकांता शर्मा ने विधानसभा और सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये ठगे हैं।
इन जिलों में भी हैं मामले दर्ज
विनय भट्ट पर देहरादून के अलावा चमोली, कोटद्वार और अन्य जिलों में भी धोखाधड़ी के छह मामले दर्ज हैं।
- चमोली – धारा 420, 468 आईपीसी
- कोटद्वार – धारा 420 आईपीसी
- कोतवाली नगर, देहरादून – धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी, 504, 506 आईपीसी
गिरफ्तारी के लिए गठित टीम
- सुमेर सिंह – वरिष्ठ उप निरीक्षक, थाना नेहरू कॉलोनी
- कुसुम पुरोहित – चौकी प्रभारी, डिफेंस कॉलोनी
- कमलेश सजवान – सिपाही
पुलिस के अनुसार, विनय भट्ट के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए गए हैं। जल्द ही उसे अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। पुलिस अन्य पीड़ितों से भी संपर्क कर रही है, ताकि धोखाधड़ी के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।