उत्तराखंड में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की तैयारी, कैबिनेट विस्तार से पहले हो सकता है बड़ा फैसला

उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार से पहले भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में पार्टी हाईकमान इस मुद्दे पर लगातार मंथन कर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जा सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि उत्तराखंड में बीजेपी आमतौर पर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन का ध्यान रखती है। चूंकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं क्षेत्र से आते हैं और ठाकुर समुदाय से हैं, इसलिए प्रदेश अध्यक्ष के लिए गढ़वाल क्षेत्र से किसी ब्राह्मण नेता के नाम पर विचार किया जा सकता है। महेंद्र भट्ट की नियुक्ति भी इसी रणनीति के तहत हुई थी, लेकिन हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों के चलते अब नए चेहरे की संभावना जताई जा रही है।
गढ़वाल क्षेत्र से विनोद चमोली और ज्योति प्रसाद गैरोला जैसे नाम चर्चा में हैं, जिनका संगठन में अच्छा प्रभाव माना जाता है। इसके अलावा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल किया जा रहा है। पार्टी के भीतर कई लोगों का मानना है कि पूर्व मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल के हाल ही में इस्तीफा देने के बाद मदन कौशिक की दावेदारी मजबूत हुई है। हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत गुट से जुड़ाव के कारण उनके नाम पर अंतिम मुहर लगना मुश्किल हो सकता है।
इस बार बीजेपी पहली बार प्रदेश अध्यक्ष पद पर किसी महिला को मौका दे सकती है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने और महिला वोटबैंक को साधने के लिए यह फैसला लिया जा सकता है। इस स्थिति में केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल और दीप्ति रावत भारद्वाज का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। दोनों ही ब्राह्मण समुदाय से आती हैं और गढ़वाल में मजबूत पकड़ रखती हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि नया प्रदेश अध्यक्ष 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की रणनीति तय करने और उत्तराखंड में पार्टी की स्थिति को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हाईकमान के फैसले से यह स्पष्ट हो जाएगा कि पार्टी किस दिशा में आगे बढ़ रही है और आगामी चुनावों के लिए किस चेहरे पर भरोसा जताया जाएगा।