उत्तराखंड में ऊर्जा के तीनों निगमों द्वारा हुआ ऐलान, फिर 6 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल

ऊर्जा के तीनों निगमों के अधिकारी कर्मचारीयों द्वारा अपनी मांगे विशेषकर उत्तर प्रदेश की भांति 9 वर्ष 14 वर्ष एवं 19 वर्ष पर एसीपी की अनुमन्यता किए जाने के संबंध में लोकतांत्रिक तरीके से चलाए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के उपरांत भी दिनांक 5 अक्टूबर 2021 तक ऊर्जा निगम के अधिकारियों/ कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण न होने की दशा में 6 अक्टूबर 2021 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है।
निगम की प्रमुख मांग का समर्थन करते हुए प्रदेश की राजकीय निगम निकाय के अधिकारियों कर्मचारियों एवं शासकीय शिक्षक एवं कर्मचारी सेवा संघ द्वारा दिनांक 19.9 2001 को गठित उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी संगठन के रूप में निगम को इस आंदोलन में अपना पूर्ण समर्थन करता है
ऊर्जा निगम के कार्मिक पिछले चार सालों से एसीपी की पुरानी व्यवस्था तथा उपनल के माध्यम से कार्योजित कार्मिकों के नियमितीकरण एवं समान कार्य हेतु समान वेतन को लेकर लगातार सरकार से वार्ता कर रहे हैं।
22 दिसंबर 2017 को कार्मिकों के संगठनों तथा सरकार के बीच द्विपक्षीय समझौता हुआ परंतु आज तक उस समझौते पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
ऊर्जा निगम के कार्मिक इस बात से क्षुब्ध हैं कि सातवें वेतन आयोग में उनकी पुरानी चली आ रही 9-5-5 की एसीपी व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है, जो कि उन्हें उत्तर प्रदेश के समय से ही मिल रहीं थीं। यही नहीं पे मैट्रिक्स में भी काफी छेड़खानी की गई। संविदा कार्मिकों को समान कार्य समान वेतन के विषय में कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके अतिरिक्त ऊर्जा निगमों में इंसेंटिव एलाउंसेस का रिवीजन नहीं हुआ।
यह दस संगठन होंगे हड़ताल में शामिल
– उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन
– हाईड्रो इलेक्ट्रिक इंप्लाइज यूनियन
– उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन
– उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ
– उत्तराखंड पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन
– विद्युत प्राविधिक कर्मचारी संघ
– विद्युत डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन
– ऊर्जा आरिक्षत वर्ग एसोसिएशन
– उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी एसोसिएशन
– पावर लेखा संघ
सभी ऊर्जा कर्मचारी 6 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे
इसके तहत जहां बिजलीघरों के कर्मचारी काम नहीं करेंगे तो दूसरी ओर पावर हाउस भी नहीं चलेंगे। वहीं, पिटकुल के कर्मचारी भी पावर ट्रांसमिशन का काम नहीं करेंगे।