उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की उल्टी गिनती शुरू, आरक्षण सूची जारी होते ही सियासी हलचल तेज

देहरादून। उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। हरिद्वार को छोड़कर राज्य के सभी जिलों की अनंतिम आरक्षण तालिका जारी होते ही सियासी तापमान चढ़ गया है। पंचायत चुनाव को लेकर गांव-गांव में चर्चाएं शुरू हो गई हैं और संभावित प्रत्याशियों ने जनसंपर्क और रणनीति बैठकों का दौर तेज कर दिया है।
गुरुवार देर रात देहरादून समेत अन्य जिलों में आरक्षण तालिकाएं जारी की गईं, जिसके बाद ग्रामीण राजनीति में हलचल तेज हो गई। कई संभावित प्रत्याशियों ने रात में ही अपने घरों के दरवाजे समर्थकों के लिए खोल दिए और चर्चा का दौर शुरू हो गया। शुक्रवार सुबह से ही गांवों में बैठकों का सिलसिला चला और लोग आम सहमति बनाने में जुटे रहे।
फिलहाल पंचायतों की जिम्मेदारी प्रशासकों के पास है, लेकिन अब चुनावी तैयारी जोर पकड़ रही है। संभावना जताई जा रही है कि 20 जून के बाद किसी भी समय पंचायत चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया जा सकता है और जुलाई के दूसरे या तीसरे सप्ताह में मतदान संपन्न हो सकता है।
आरक्षण की अनंतिम सूची पर आपत्तियां दर्ज कराने के लिए दो दिन का समय दिया गया है। इसके बाद अंतिम सूची को पंचायती राज निदेशालय भेजा जाएगा, जहां से जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर शासन को सूची भेजी जाएगी। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से अधिसूचना जारी होने की संभावना है।
चुनावी सरगर्मी के बीच गांवों के चौक-चौराहों पर चुनावी चर्चाएं और समीकरण तेज हो गए हैं। कई स्थानों पर समर्थकों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में माहौल बनाना शुरू कर दिया है।



