पीएम मोदी ने दिल्ली में मनाया उत्तराखंड का इगास पर्व, जानिए दीपावली के 11 दिन बाद मनाने की क्या है परंपरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड समेत पूरे देश को इगास पर्व की बधाई दी है। दिल्ली में गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी के आवास पर हुए इगास पर्व पर पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए।
गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी के दिल्ली आवास पर ईगास पर्व पर भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके उत्तराखंड की सिंगर प्रियंका मेहर की टीम ने शानदार प्रस्तुतियां दी। साथ ही पारंपरिक वेशभूषा में कलाकारों ने नृत्य किया। सभी पहाड़ी परिधान में नजर आई। इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत देश भर की कई हस्तियां कार्यक्रम में मौजूद रहे।
उत्तराखंड के पहाड़ों में दीपावली के ठीक 11 दिन बाद इगास बग्वाल मनाया जाता है। कहीं कहीं ये पर्व बूढ़ी दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। जो कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक है। पौराणिक मान्यता है कि गढ़वाल में भगवान श्रीराम के वनवास के बाद अयोध्या लौटने का समाचार देरी से पहुंचा था और पहाड़ में लोगों ने तभी दीपावली मनाई थी।
तभी से ये परंपरा इसी तरह चली आ रही है। एक अन्य कथा प्रचलित है कि गढ़वाल के सैनिकों ने वीर योद्धा माधो सिंह भंडारी के नेतृत्व तिब्बत युद्ध जीता था और दीपावली के 11 दिन पर अपने गांव में लौटे थे। तब लोगों के दीप जलाकर उत्सव मनाया था। जिसे ईगास नाम दिया गया। इगास पर्व पर चीड़ की लकड़ी से बनी मशाल (भैलो) जलाई जाती है। जिसे घुमाते हुए लोग गीतों और नृत्य का आनंद लेते हैं। इस दौरान पारंपरिक पकवान भी बनाए जाते हैं।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम की फोटो शेयर कर ट्वीट किया कि
उत्तराखंड के मेरे परिवारजनों सहित सभी देशवासियों को इगास पर्व की बहुत-बहुत बधाई! दिल्ली में आज मुझे भी उत्तराखंड से लोकसभा सांसद अनिल बलूनी जी के यहां इस त्योहार में शामिल होने का सौभाग्य मिला। मेरी कामना है कि यह पर्व हर किसी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाए।