लालकुआं: बिन्दुखत्ता राजस्व गांव को लेकर हुआ विशाल प्रदर्शन, विधायक पर लोगों ने लगाए यह आरोप

लालकुआं। बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाए जाने की मांग और अतिक्रमण की सूची से बाहर किए जाने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में जनसैलाब सड़कों पर उमड़ा जिसमें प्रदर्शन कर रहे लोगो ने राजस्व गांव बनाये जाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। यहां बिन्दुखत्ता स्थित काररोड़ समीप जड़ सेक्टर स्कूल में एकत्रित हुए हजारों लोगों ने एक ही सुर में राज्य सरकार से जल्द से जल्द बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग की इस दौरान हजारों की संख्या में लोगों ने जड़ सेक्टर से लालकुआ तहसील कार्यालय तक जुलुस निकाला।
जिसके बाद तहसील पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने उप जिलाधिकारी मनीष कुमार सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। इस दौरान एक सभा का आयोजन भी किया गया जिसमें वक्ताओं ने कहा कि बिन्दूखत्ता के लोग पिछले लम्बे समय से निवास करते आ रहे हैं तथा बिन्दुखत्ता में अधिकतर निवास करने वाले पूर्व सैनिकों के परिवार है उन्होंने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन वाली सरकार है फिर भी बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा नहीं दिया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि स्थानीय विधायक डॉ. मोहन बिष्ट उनके आंदोलन को कुचलने की कोशिश की। भाजपा नेताओं पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के जनप्रतिनिधि जनता को गुमराह कर रहे है तथा चुनाव नजदीक आते ही भाजपा को बिन्दूखत्ता को राजस्व गांव की याद आती है उन्होंने कहा कि एक और राज्य सरकार बिन्दुखत्ता को अतिक्रमणकारी बताये हुए उसे उजाड़ने की साज़िश रच रही है।
इस दौरान उप जिला अधिकारी मनीष कुमार ने भी जनता के समक्ष पिछले दिनों सोशल मीडिया में बिन्दुखत्ता को लेकर वायरल हुए पत्र को लेकर स्पष्ट कहा गया उस पत्र की जांच की जा रही है कि किन परिस्थितियों में वह वायरल हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी स्पष्ट कहा है कि जो पुरानी बसावट हैं उन को नियमित करने के सरकार प्रयास कर रही है तो ऐसे में बिंदुखत्ता को अतिक्रमण कहा जाना गलत है। इस दौरान भारी संख्या में मातृशक्ति, बुजुर्ग, युवा, राजस्व, गांव बनाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन में सक्रिय रुप से प्रतिभाग करते हुए दिखाई दिए। आंदोलन में आए ज्यादातर लोगों में विधायक द्वारा 1 दिन पूर्व गांव में अनाउंसमेंट करा कर रैली में ना आने की बात कहने पर गुस्सा दिखाई दिया।
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