लालकुआं: चोरी के वाहनों का फर्जी दस्तावेज बना बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश

ख़बर शेयर करें 👉

लालकुआं। कोतवाली पुलिस ने दूसरे प्रदेश से ट्रक चुराकर सस्ते दाम में उन्हे उत्तराखंड में बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर चोरी के दो ट्रकों को जप्त कर लिया है।

मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधिक्षक डां जगदीश चन्द्र ने बताया कि बीते माह लालकुआ निवासी सुधीर कुमार ने कोतवाली मे मामला दर्ज काराया था कि उसे परवेश खान द्वारा चोरी का ट्रक बेचा गया था, जिसके बाद पुलिस द्वारा कि गई जांच में पता चला कि उक्त ट्रक फरवरी माह में चित्रकूट थाना पहाड़ी उत्तर प्रदेश से चोरी कि गया जो पहाड़ी थाना पुलिस द्वारा जीपीएस के आधार पर बरामद कर लिया गया, वही पुलिस कि जांच में पता चला कि उक्त ट्रक कि एनओसी अरूणाचल प्रदेश जारी कर आरटीओ हल्द्वानी में परवेश खान के नाम दर्ज कर सुधीर कुमार को बेचा गया था। वही पुलिस ने आरोपी परवेश से पूछताछ कि तो पता चला कि उसके के आधार कार्ड कि छायाप्रति से सितारंगज निवासी गुड्डू वारसी उर्फ नवाब वारसी, छोटा उर्फ इन्तजाम तथा नुरुल द्वारा ट्रक लेने की बात बताई गई तथा उनके द्वारा उसे आरटीओ के किसी भी फार्म में हस्ताक्षर नही करने कि बात कही गई वही पुलिस जांच में बताया कि इम्तियाज उर्फ छोटा ने अपने साथियों गुड्डू वारसी व नुरुल के साथ मिलकर ट्रक चोरी कर उसे कूट रचित कर उसे फर्जी चैचिस तथा आरटीओ अरूणाचल प्रदेश से एनओसी कर सुधीर को बेचा गया था।

यह गिरोह पिछले कुछ वर्षों से सक्रिय है कई वाहनों को चुराकर अन्य प्रदेशों में बेचता है। तथा चोरी के बाद ट्रकों का इंजन व चेसिस नंबर बदल कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोगो को मोटी रकम में बेच देते हैं। वही पुलिस ने कारवाई करते हुए इन्तियाज उर्फ छोटा पुत्र निशार अहमद निवासी सितारंगज को गिरफ्तार कर उसे एक ट्रक संख्या UP34BT,0309 को बरामद कर किया। पकड़ा गया आरोपित इन्तियाज उर्फ छोटा ने बताया कि ट्रकों को चोरी कर फर्जी तरह से बेचने वाले आरोपी गुड्डू वारसी उर्फ गुड्डू फिटवैल नवाब वारसी निवासी सितारंगज व दानिश पुत्र अकील तथा नुरूल पुत्र निवासी थाना अमरिया जिला पीलीभीत जो फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।पुलिस द्वारा मामले में उचित कार्रवाई करते हुए दो ट्रक को बरामद किया है साथ ही पुलिस आरोपियों कि अपराधिक रिकार्ड भी खंगाल रही है।

उक्त मामले का खुलासा करने वाली टीम में एएसआई कृपाल सिंह, कांस्टेबल तरुण मेहता तथा कांस्टेबल अनिल शर्मा थे।