कुमाऊं के सबसे बड़े College के छात्रसंघ अध्यक्ष की गुंडागर्दी ! डॉक्टर के केबिन में घुसकर की लूट, मरीजों के सामने पीटा
हल्द्वानी। पुलिस ने कुमाऊं के सबसे बड़े एमबीपीजी कालेज के छात्रसंघ अध्यक्ष सूरज रमोला व एबीवीपी के नगर मंत्री मनीकेत तोमर समेत पांच युवाओं पर लूट, बलवा, मारपीट, जान से मारने की धमकी व गालीगलौज की नई धाराओं में केस दर्ज किया है।
चार दिन पहले डॉक्टर पुनीत गोयल से हुई मारपीट में मामले में यह कार्रवाई हुई है। मारपीट का वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुआ था। आरोप है कि सभी आरोपितों ने ओपीडी में मरीज को देखने के दौरान मारपीट की और इसके बाद काउंटर में रखे 40 हजार रुपये लूटकर ले गए। पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
हिल्स व्यू एन्क्लेव, लोहरियासाल मल्ला, हल्द्वानी निवासी डा. पुनीत कुमार गोयल ने पुलिस को बताया है कि पांच जुलाई की दोपहर लगभग 12:26 बजे वह रेडिएंट हास्पिटल मुखानी रोड में अपने केबिन पर ओपीडी के दौरान मरीजों को देख रहे थे। इस बीच विशाल सैनी अपने अन्य साथियों के संग उनके कैबिन में घुस आया और चिल्लाते हुए गालियां देने लगे। जब तक वह कुछ समझ पाते, विशाल सैनी ने उनका गिरेबां पकड़कर पिटाई शुरू कर दी।
विशाल और उसके साथियों ने उन्हें बेरहमी से पीटा। इस दौरान विशाल ने केबिन में टेबल की दराज में रखे 40 हजार रुपये जबरन निकाल लिए। विरोध करने पर कहा कि पहचाना मुझे, मैं वही विशाल सैनी हूं, जिसने छात्रसंघ चुनाव के दौरान चुनाव लड़ने के लिए तुझसे रुपये मांगे थे और तूने मना कर दिया था। इसके बाद धमकाया कि मैंने उसी दिन तुझसे कहा था कि तुझे छोडूंगा नहीं और आज वही दिन है… हम तुझे बताएंगे कि डॉक्टरी कैसे होती है।
डॉक्टर के अनुसार विशाल ने उनसे कहा कि सुंदर नाम का मरीज हास्पिटल में एडमिट है, उसे डिस्चार्ज कराकर ले जा रहा हूं। उसके इलाज का जो रुपया दे दिया, उससे संतुष्टि कर ले। आरोप है कि इसके बाद विशाल व उसके साथी पीटते व घसीटते हुए केबिन से बाहर ले आए और मुझे जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। कुछ समय बाद लगभग एक बजे विशाल अपने अन्य साथियों संग अपहरण व हत्या करने के उद्देश्य से फिर से हास्पिटल पहुंच गए और केबिन के बाहर घेरकर मारपीट शुरू कर दी। इसे देख मरीज घबराते हुए अपनी जान बचाकर भाग गए।
किसी तरह विशाल सैनी, सूरज रमोला, हितेश जोशी, राहुल मठपाल, मनीकेत तोमर, मोहित खोलिया आदि के चुंगल से अपनी जान बचाकर हास्पिटल से बाहर की तरफ भागा। विवेकानंद हस्पिटल में शरण लेनी चाही तभी मेरा पीछा कर रहे विशाल और उसके साथियों द्वारा मुझे फिर से पकड़ कर पीटना शुरू कर दिया। जबरन सड़क पर घसीटकर अपने साथियों से बोला कि गाड़ी लाओ, इसे गाड़ी में डालकर उठा लो। मुखानी थानाध्यक्ष पंकज जोशी ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी की है। मामले की जांच की जा रही है।
डॉक्टर के अनुसार आरोपित उनकी हत्या के उद्देश्य से अपहरण करने के लिए कुछ ही दूरी पर खड़ी गाड़ी की तरफ ले गए। मैं हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता रहे कि मुझे छोड़ दो, लेकिन आरोपित मुझे मारते-पीटते रहे। मौके पर अत्यधिक भीड़ इकठ्ठा होने पर अभियुक्त मेरा अपहरण करने में सफल नहीं हुए और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।
डॉक्टर का कहना है कि आरोपित रसूख व राजनीतिक पहुंच वाले हैं। मुझे धमकाया गया था कि पुलिस के पास गया तो मुझे व मेरे परिवार को जान से मार देंगे। घटना के बाद से सदमे में रहे। शुभचिंतकों ने मेरी हिम्मत बढ़ाई की तो तहरीर देने या। उनका कहना है कि मुझे मारते व घसीटते हुए आरोपितों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया। इससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरी चोट पहुंची है।