उत्तराखंड: रोडवेज बस चालकों की हड़ताल से यात्री बेबस, भटकते रहे यात्री

हल्द्वानी। नए साल की शुरुआत में स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़। हिट एंड रन कानून के विरोध में रोडवेज चालकों की हड़ताल से बसें ही नहीं चली बल्कि ऐसे में लोगों की जमकर फजीहत हुई।
नए साल के दूसरे दिन भी यात्री और पर्यटक परेशान हैं। दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से हिट एंड रन को लेकर बनाए जा रहे नए कानून के विरोध में वाहन चालक सड़क पर उतरे हैं। वहीं, नए साल के पहले दिन भी केंद्र सरकार के हिट एंड रन को लेकर नए कानून के खिलाफ प्रदेश की सड़कों पर चालक वाहनों के स्टेयरिंग छोड़ उतर आए। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन ने नए प्रावधान के खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है।
सोमवार सुबह से ही ट्रक चालकों और ट्रांसपोर्टरों ने ट्रकों की स्टेयरिंग छोड़ दी। रोडवेज, निजी बसों के साथ ही मैजिक और विक्रम के पहिए जाम रहे। चालकों के हड़ताल पर चले जाने से परिवहन व्यवस्था बेपटरी हो गई। आक्रोशित चालकों ने प्रदर्शन कर सरकार से कानून शीघ्र वापस लेने की मांग की है। उन्होंने ऐसा नहीं करने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी।
नए साल का जश्न मनाने कई सैलानी बसों व टैक्सियों से नैनीताल पहुंचे थे। हड़ताल के चलते टैक्सी चालकों ने मनमाना किराया वसूला। पर्यटकों के अनुसार टैक्सी चालकों ने उनसे हल्द्वानी का किराया तीन से पांच सौ रूपये तक वसूला, जबकि नैनीताल से हल्द्वानी का निर्धारित किराया डेढ़ सौ से दो सौ रुपये तक है।
कई चालक हड़ताल की जानकारी नहीं होने पर रोडवेज बसों में यात्री लेकर निकले लेकिन हड़ताल की जानकारी के बाद उन्होंने नजदीकी डिपो पर बसों को खड़ा कर यात्रियों को किराया वापस कर दिया। रुद्रपुर डिपो में रोडवेज चालक और परिचालकों ने धरना प्रदर्शन किया। रुद्रपुर में सीएनजी टेंपो चालक भी हड़ताल में शामिल रहे।